What is Guided Media in Hindi :-
हेलो दोस्तों मै गौरव पाठक एकबार फिर से Hindi Jankari में आप सभी लोगो का स्वागत करता हूँ। आज के लेख में Guided Media के बारे में बताने जा रहा हूँ।
Guided Media क्या है :-
Guided Media मुख्यतः point to point कम्युनिकेशन के लिए प्रयोग होता है, Guided Media में वोल्टेज Protons के रूप में होता है कंप्यूटर नेटवर्क में विभ्भिन प्रकार के फिजिकल चैनल या कम्युनिकेशन होते है, उन्हीं में से Guided Media भी एक है, इस माध्यम में कंप्यूटरो को नेटवर्क से अथवा परस्पर संयोजित करने के लिए धात्विक तार अथवा कांच की प्रकाशीय फाइबर का प्रयोग किया जाता है। तार माध्यम अथवा संचार का निर्देशित संचार माध्यम ही Guided Media(Wired) कहलाता है, इस मीडिया में Sender और Receiver दोनों ही एक निश्चित स्थान पर होते है, और इनके बीच डाटा को ट्रांसफर करने के लिए भौतिक तारो का उपयोग करते है। ये भौतिक तार तीन प्रकार के होते है।
1. Twisted Pair Cable :-
ट्विस्टेड पेअर केबल का प्रयोग LAN(Local Area Network) में सबसे ज्यादा किया जाता है, यह केबल दो Insulated कॉपर की तारो से मिलकर बनी होती है, यह परस्पर लिपटे होते है, यह तकनीकी बहुत पहले से प्रयोग की जा रही है, Unshielded Twisted Pair(UTP) और Shielded Twisted Pair(STP) दो प्रमुख्य तरह की ट्विस्टेड पेअर केबल होती है, जिनकी आवश्यकता अनुसार हम प्रयोग करते है।
ट्विस्टेड पेअर केबल का प्रयोग करना आसान होता है, क्योकि यह मार्किट में आसानी से उपलब्ध हो जाती है, तथा यह सबसे सस्ती केबल होती है। कंप्यूटर से टेलीफ़ोन लाइन का संयोजन करने के लिए मॉडेम को इस तार से संयोजित किया जाता है, इस तार का उपयोग दूरभाष, अधिकांश आतंरिक संचार, कंप्यूटर के स्थानीय नेटवर्क को स्थापित करने के लिए, आदि जगह इसी केबल का प्रयोग किया जाता है।
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2. Co-axial Cable :-
ट्विस्टेड पेअर केबल का सबसे बड़ा Drawback यह था कि इन्हे आसानी से तोडा जा सकता है, अर्थात यह सुरक्षा के लिए बहुत कमजोर होती है, क्योकि इन्हे कोई भी हाथ से आसानी से तोड़ सकता है, इस तरह डाटा सही रूप से ट्रांसफर नहीं होता है। इस Drawback को दूर करने के लिए Co-axial cable का प्रयोग किया जाता है, Co-axial केबल center copper conductor(core) से मिलकर बनी होती है, यह core second conductor इंसुलेशन से ढकी होती है। जो पुनः प्लास्टिक की कवर से ढकी होती है। Co-axial केबल को इनके impedance के अनुसार वर्गीकृत किया जाता है, 50 ohms डिजिटल ट्रांसमिशन तथा 75 ohms एनालॉग ट्रांसमिशन के रूप में कोएक्सिअल केबल को वर्गीकृत किया गया है, इसके तार का व्यास लगभग 0.4 इंच से 1 इंच तक होता है, ट्विस्टेड पेअर केबल की तुलना में यह अत्यंत सुरक्षित होती है, इन्हे आसानी से तोडा नहीं जा सकता है, इनकी स्पीड ट्विस्टेड पेअर केबल की तुलना में तेज होती है, कोएक्सिअल केबल को लम्बी दुरी के लिए प्रयोग किया जाता है।
3. Fiber Optics :-
तीसरी प्रकार की प्रमुख्य केबल फाइबर ऑप्टिक्स केबल होती है, फाइबर ऑप्टिक्स केबल फाइबर से मिलकर बनी होती है, जो लाइट को कंडक्ट करती है,यह तार कांच के हजारो रेशो से निर्मित होती है, यह फाइबर गिलास और प्लास्टिक के रूप में हो सकती है,इसमें प्रत्येक कांच का रेशा एक बाल के सामान बारीक़ होता है,फाइबर ऑप्टिक्स केबल में डाटा का ट्रांसमिशन काफी तेज होता है। यह केबल सभी केबल की तुलना में होती है, इस केबल में सबसे इनर कोर, ऑप्टिक्स फाइबर कोर होती है, जो प्लास्टिक तथा कांच से मिलकर बनी होती है, जिसमे डाटा प्रकाश की स्पीड के तुलना में ट्रांसफर होता है, यह core, ऑप्टिक्स बफर tube से घिरी होती है, इसके ऊपर protective outer jacket की लेयर होती है। यह केबल सुरक्षा के लिए अधिक मजबूत होती है, इसे छोटी तथा लम्बी दुरी दोनों के लिए प्रयोग किया जाता है।
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Explain various guided and unguided transmission
ReplyDeletesir mere ko ip ke notes provide krwa denge aaap
ReplyDeleteYes mujhe bhi chahiye
DeleteYah bhut achha hai , esse mujhe bhut madat milee hai mujhe pasnd aaya
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