All Tech , Blogging, Motivational Thought, Review, Apps, Android, all world knowledge in hindi

Monday 12 February 2018

What is friend function &Friend class with C++ in hindi

What is Friend Function and Friend Class in C++ :- 

                                                                                                                   हेलो दोस्तों मै गौरव पाठक एकबार फिर से Hindi Jankari में स्वागत करता हूँ। आज के लेख में आप सभी लोगो को friend function और friend class के बारे में बताने जा रहा हूँ। 

                                                                           

फ्रेंड फंक्शन क्या है :-
                                  C++ में हम किसी भी class के पब्लिक मेंबर को क्लास के बाहर आसानी से एक्सेस किया जा सकता है। लेकिन किसी भी क्लास के प्राइवेट और प्रोटेक्टेड मेंबर को क्लास के बाहर एक्सेस नहीं किया जा सकता है,लेकिन C++ में किसी भी क्लास का प्राइवेट और प्रोटेक्टेड मेंबर को क्लास के बाहर एक्सेस करने के लिए फ्रेंड फंक्शन की सुविधा दी गयी है। एक फ्रेंड फंक्शन क्लास का मेंबर फंक्शन नहीं होता है,फ्रेंड फंक्शन एक नार्मल फंक्शन (क्लास के बाहर) होता है। जिसे किसी भी क्लास का फ्रेंड बनाया जा सकता है,किसी भी फंक्शन को फ्रेंड फंक्शन बनाने के लिए उसका प्रोटोटाइप (डिक्लेरेशन) उस क्लास के अंदर डिक्लेअर किया जाता है, जिस क्लास का फ्रेंड आप किसी भी फंक्शन को बनाना चाहते है। उस फंक्शन के प्रोटोटाइप को फ्रेंड कीवर्ड के साथ डिक्लेअर किया जाता है इसे जिस क्लास में डिक्लेअर किया जाता है वह उस क्लास में फ्रेंड की तरह व्यवहार करने लगता है। इस कीवर्ड के बिना आप किसी भी फंक्शन को फ्रेंड फंक्शन नहीं बना सकते है। जिस फंक्शन को फ्रेंड बनाना है उस फंक्शन के आगे फ्रेंड कीवर्ड का प्रयोग किया जाता है,और इस कीवर्ड से कम्पाइलर को पता चल जाता है,की डिक्लेअर किया हुआ फंक्शन क्लास का फ्रेंड है। 

फ्रेंड फंक्शन का सिंटेक्स :-

Class BCA
{
 ............
 ............
friend return-type
myfrindfun(argument-list); //friend
function prototype
...........
...........
}
जब भी आप फ्रेंड फंक्शन डिक्लेअर करते है, तो उसमे आर्गुमेंट के रूप में उस क्लास का Object  पास किया

फ्रेंड फंक्शन के विशेषताए :-
                                       फ्रेंड फंक्शन के निम्मलिखित लाभ होते है। 

1. फ्रेंड फंक्शन को क्लास के ऑब्जेक्ट के जरिये एक्सेस नहीं किया जा सकता है। 
2. इसको किसी भी नार्मल फंक्शन की तरह बिना ऑब्जेक्ट के इन्वोके किया जा सकता है। 
3. किसी भी फंक्शन को कितनी भी क्लास में फ्रेंड डिफाइन किया जा सकता है। 
4. फ्रेंड फंक्शन को क्लास के पब्लिक,प्राइवेट, किसी भी पार्ट में डिफाइन किया जाता सकता है। 
5. फ्रेंड फंक्शन को कितनी भी क्लास में फ्रेंड डिफाइन किया जा सकता है। 

                                                                         

फ्रेंड फंक्शन के लाभ :-
                                  फ्रेंड फंक्शन के निम्मलिखित लाभ होते है। 

1. फ्रेंड फंक्शन आपको एडिशनल फंक्शनलिटी प्रोवाइड करते है जिसे क्लास के बाहर उसे किया जा सकता है। 2. यदि क्लास किसी डाटा को खुद यूज़ नहीं कर रही है, और साथ ही उसे प्रोटेक्ट भी करना चाहती है तो वो फ्रेंड फंक्शन को इस डाटा को यूज़ करने के लिए allow कर सकती है। 
3. आप क्लास के प्राइवेट मेंबर का एक्सेस किसी ऐसे फंक्शन को allow करते है,जो की क्लास के बाहर है, इससे आप क्लास के मेंबर फंक्शन और दूसरे फंक्शन को सेपरेट कर पाते है।

फंक्शन क्या है जानने के लिए क्लिक करे। 


फ्रेंड क्लास :-
                    एक फ्रेंड क्लास भी फ्रेंड फंक्शन की तरह ही होती है,जब कोई क्लास किसी दूसरी क्लास को अपनी फ्रेंड क्लास बनाती है। तो इस क्लास के सभी मेंबर को वह फ्रेंड क्लास एक्सेस कर सकती है, फ्रेंड क्लास का जो भी फंक्शन एक्चुअल क्लास के मेंबर को एक्सेस करना चाहेगा वह आर्गुमेंट के रूप एक्चुअल क्लास का ऑब्जेक्ट पास करेंगे। 

हेलो दोस्तों मेरा लिखा हुआ लेख पढ़ने के लिए आप सभी लोगो को बहुत-बहुत धन्यवाद करता हूँ। अगर मेरा लिखा हुआ लेख आप सभी लोगो के समझ में आया हो तो प्लीज कमेंट बॉक्स में कमेंट करे। 
अगर आप सभी लोगो को किसी भी टेक्निकल टॉपिक से रिलेटेड किसी भी सब्जेक्ट में कोई भी जानकारी चाहिए तो प्लीज कमेंट बॉक्स में कमेंट करे। 



8 comments:

Thank you for comment