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Friday, 9 February 2018

What is Operating System and its Type in Hindi

What is Operating System and its type in hindi :-

                                                                                                                                 
   
                                                                                                                                         हेलो दोस्तों मै गौरव पाठक एकबार फिर से Hindi Jankari में आप सभी लोगो का स्वागत करता हूँ। आज के लेख में आप सभी लोगो को ऑपरेटिंग सिस्टम के बारे में बताने जा रहा हूँ।
ऑपरेटिंग सिस्टम कंप्यूटर में यूज़ किया जाने वाला एक सिस्टम सॉफ्टवेयर होता है, जिसके बिना कम्यूटर कुछ नहीं है। किसी भी कंप्यूटर में इनस्टॉल होने वाले हर सॉफ्टवेयर को चलने के लिए तथा कंप्यूटर और आपके बीच सम्बंद स्थापित करने के लिए ऑपरेटिंग सिस्टम की बहुत बड़ी भूमिका है। उदाहरण के लिए जैसे एक घर के लिए नीव की जरुरत है, किसी प्राणी के लिए दिल की जरुरत है उसी तरह से एक कंप्यूटर में ऑपरेटिंग सिस्टम भी जरुरी है।


                                                                       


ऑपरेटिंग सिस्टम क्या है :-
                                           ऑपरेटिंग सिस्टम को सॉर्ट में हम OS भी कहते है, यह एक ऐसा सिस्टम सॉफ्टवेयर है। जो आपके कंप्यूटर में मौजूद एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर जैसे-MS Word, adobe reader, photoshop, game, audio player, video player, video editor software इन सब को चलता है। और ना सिर्फ चलाता है बल्कि कंप्यूटर में इनपुट,आउटपुट डिवाइस जैसे-कीबोर्ड, माउस,प्रिंटर,मॉनिटर के बीच तथा आपके और कंप्यूटर के बीच सम्बंद स्थापित भी करता है। जिससे कंप्यूटर आप के द्वारा दिए जाने वाले निर्देश को समझ पाता है,और कंप्यूटर के द्वारा जो स्क्रीन पर प्रकिया होती है उसे आप समझ पाते है। अब आप खुद समझ सकते है अगर कंप्यूटर हमारी भाषा को नहीं समझता है और ना ही हम कंप्यूटर की भाषा को समझते है तो हमारे लिए कंप्यूटर एक डिब्बे के सामान ही होता है। इसलिए ऑपरेटिंग सिस्टम को यूजर और कंप्यूटर तथा एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के बीच का पल कहा जाता है। जो उसे द्वारा दिए गए कमांड को बाइनरी डिजिट में बदल कर कंप्यूटर को समझाते है की यूजर के क्या कमांड है और फिर कंप्यूटर दिए गए निर्देशानुसार आसानी एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर को चला पाता है जैसे-डिलीट,सेव,कॉपी,पेस्ट,मूव,डिज़ाइन,एडिट,प्ले इत्यादि सब कर पाता है।

ऑपरेटिंग सिस्टम के प्रकार :-
                                               ऑपरेटिंग सिस्टम निम्मलिखित प्रकार के होते है।

1. Real Time :-
                          रियल टाइम ऑपरेटिंग सिस्टम वह ऑपरेटिंग सिस्टम होता है,जो दिए गए समय में कार्य को पूरा करता है। यह बहुत ही तेज ऑपरेटिंग सिस्टम होता है, जिसमे की समय बहुत कम होता है। यह रियल टाइम एप्लीकेशन को सपोर्ट करता है और इसका प्रयोग industrial और scientific कार्यो के लिए होता है।
यह दो प्रकार का होता है।
- Hard Real Time :-
                                यह ऑपरेटिंग सिस्टम गारंटी देता है कि दिए गए समय में कार्य को पूरा कर लिया जायेगा, यह बहुत ही strict होता है।

- Soft Real Time :-
                               यह ऑपरेटिंग सिस्टम भी पूरी कोशिश करता है की दिए गए कार्य को समय पर पूरा कर लिया जाये और जो हाईएस्ट प्रॉपर्टी कार्य है, उन्हें पहले पूरा कर लिया जाये परन्तु इसमें टास्क के समय पर पूरा होने की कोई गारंटी नहीं होती यह थोड़ा कम strict है।


                                                                               


2. Batch Operating System :-
                                               बैच ऑपरेटिंग सिस्टम यूजर के साथ सीधे इंटरैक्ट नहीं करता है। इस ऑपरेटिंग सिस्टम में सामान प्रकार के जॉब्स का एक बैच बना दिया जाता है। और उस बैच को पंच कार्ड (यह डिजिटल डाटा को स्टोर करता है) में स्टोर कर दिया जाता है, और उस पंच कार्ड को ऑपरेटर को दिया जाता है और वह ऑपरेटर पंच कार्ड को कंप्यूटर को प्रोसेसिंग के लिए देता है तब कंप्यूटर उस कार्ड में से क्रमबध्य तरीके से जॉब को पूरा करता है। इस ऑपरेटिंग सिस्टम की सबसे बड़ी कमी थी यह यूजर के साथ सीधे इंटरैक्ट नहीं कर सकता था। जिससे अगर किसी जॉब में कोई कमी हो गयी तो उसी के कारण सभी जॉब प्रभावित होते थे और अन्य जॉब को तबतक वेट करना पड़ता था। जबतक की गड़बड़ी सही नहीं हो पाती थी।

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3. Distributed Operating System :-
                                                        डिस्ट्रिब्यूटेड ऑपरेटिंग सिस्टम वे ऑपरेटिंग सिस्टम होते है,जो डाटा को स्टोर करते है। और उसे बहुत सारे लोकेशन्स पर डिस्टीब्यूटे कर देते है,डिस्ट्रीब्यूट ऑपरेटिंग सिस्टम में बहुत सारे सेंट्रल प्रोसेसर का प्रयोग किया जाता है। और इन प्रोसेसर्स के मध्य डाटा प्रोसेसिंग जॉब को डिस्ट्रीब्यूट कर दिया जाता है। यह सेंट्रल प्रोसेसर कोई कंप्यूटर, साइट या फिर कोई अन्य डिवाइस हो सकता है ये सभी प्रोसेसर आपस में कम्युनिकेशन लाइन के द्वारा आपस में एक दूसरे से कनेक्ट रहते है।

4. Network Operating System :-
                                                   नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम एक ऐसा ऑपरेटिंग सिस्टम है जो कि सर्वर पर रन होता है। इस OS में ऐसे फंक्शन होते है, जिससे की कंप्यूटर वर्कस्टेशन या अन्य डिवाइस को लोकल एरिया नेटवर्क से जोड़ा जाता है। इस OS का मुख्य उदेश्य LAN में बहुत सारे कंप्यूटर के मध्य फाइल शेयर करना,एप्लीकेशन शेयर करना,डाटा शेयर करना, प्रिंटर शेयर करना तथा सिक्योरिटी उपलब्ध करना आदि है।
इस OS के उदाहरण - विंडोज NT, विंडोज सर्वर 2003, विंडोज सर्वर 2008, linux, unix, mac os आदि।

5. Multi user & Single user Operating System :-
                                                                             सिंगल यूजर ऑपरेटिंग सिस्टम वह ऑपरेटिंग सिस्टम होता है, जिसमे एक समय में केवल एक यूजर ही कंप्यूटर सिस्टम को एक्सेस कर सकता है। जबकि मल्टीयूज़र ऑपरेटिंग सिस्टम वह ऑपरेटिंग सिस्टम होता है जिसमे एक समय में बहुत सारे यूजर कंप्यूटर सिस्टम को एक्सेस कर सकते है।

                                                                         

6. Single Tasking & Multi Tasking Operating System :-
                                                                                           सिंगल टास्किंग ऑपरेटिंग सिस्टम वह OS होता है, जिसमे केवल एक समय में एक ही टास्क किया जाता है। जैसे-Palm Operating System
जबकि मल्टी टास्किंग ऑपरेटिंग सिस्टम वह ऑपरेटिंग सिस्टम होता है, इसमें एक समय में बहुत सारे कार्य किये जा सकते है। जैसे- माइक्रोसॉफ्ट का विंडोज,एप्पल का mac os इसके उदाहरण है।
जैसे विंडोज में हम एक ही समय में गाने भी सुन सकते है,नोटपैड पे कुछ लिख भी सकते है और इंटरनेट से गाने भी डाउनलोड कर सकते है ये सब कार्य एक ही समय में कर सकते है।


हेलो दोस्तों मेरा लिखा हुआ लेख पढ़ने के लिए बहुत- बहुत धन्यवाद, अगर मेरा लिखा हुआ लेख आप सभी लोगो से समझ में आया हो तो प्लीज कमेंट बॉक्स में कमेंट करे। 
अगर आप सभी लोगो को टेक्निकल से रिलेटेड किसी भी सब्जेक्ट के बारे में कोई भी जानकारी चाहिए तो प्लीज कमेंट बॉक्स में कमेंट करे हम उसे आप लोगो के लिए जल्द ही उपलब्ध करेंगे। 







                                    















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