What is Network Topology and its Type :-
हेलो दोस्तों मै गौरव पाठक एकबार फिर से Hindi Jankari में आप सभी लोगो का स्वागत करता हूँ। आज के लेख में आप सभी लोगो को नेटवर्क टोपोलॉजी के बारे में बताने जा रहा हूँ।
टोपोलॉजी क्या है :-
टोपोलॉजी नेटवर्क की आकृति या लेआउट को कहा जाता है,नेटवर्क के विभिन्न नोड किस प्रकार एक दूसरे से जुड़े होते है। तथा कैसे एक दूसरे के साथ कम्युनिकेशन स्थापित करते है, उस नेटवर्क को टोपोलॉजी ही निर्धारित करता है। टोपोलॉजी फिजिकल या लॉजिकल होता है।
कंप्यूटर को आपस में जोड़ने एवम उसमे डाटा फ्लो की विधि टोपोलॉजी कहलाती है, टोपोलॉजी किसी नेटवर्क में कंप्यूटर के ज्यामिति व्यवस्था को कहते है।
" Topology is a layout of Networks "
नेटवर्क टोपोलॉजी के प्रकार :-
नेटवर्क टोपोलॉजी निम्मलिखित प्रकार के होते है।
1. रिंग टोपोलॉजी :-
इस कंप्यूटर में कोई होस्ट,मुख्य या कंट्रोलिंग कंप्यूटर नहीं होता है, इसमें सभी कंप्यूटर एक गोलाकार आकृति में लगे होते है,प्रत्येक कंप्यूटर अपने अधीनस्थ कंप्यूटर से जुड़े होते है। किन्तु इसमें कोई भी कंप्यूटर मुख्य नहीं होता है, इसे सर्कुलर भी कहा जाता है। रिंग टोपोलॉजी में साधारण गति से डाटा का आदान-प्रदान होता है, तथा एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर को डाटा प्राप्त करने पर उसके मध्य के अन्य कंप्यूटर को यह निर्धारित करना होता है की वक्त डाटा के लिए है या नहीं यदि यह डाटा उसके लिए नहीं है तो उस डाटा को अन्य कंप्यूटर में आगे पास कर दिया जाता है।
रिंग टोपोलॉजी के लाभ :-
1. यह नेटवर्क अधिक कुशलता से कार्य करता है, क्योकि इसमें कोई होस्ट,या कंट्रोलिंग कम्प्यूटर नहीं होता है।
2. यह स्टार से अधिक विश्वसनीय है,क्योकि यह किसी एक कंप्यूटर पर निर्भर नहीं होता है।
3. इस नेटवर्क की यदि एक लाइन या कंप्यूटर कार्य करना बंद कर दे तो दूसरी दिशा की लाइन के द्वारा काम किया जा सकता है।
रिंग टोपोलॉजी के हानि :-
1. इसकी गति लगे हुए कम्प्यूटरो पर निर्भर करती है,यदि कंप्यूटर कम है तो गति अधिक होगी यदि कम्प्यूटरो की संख्या अधिक है तो गति कम होगी।
2. यह स्टार नेटवर्क की तुलना में कम प्रचलित है, क्योकि इस नेटवर्क पर कार्य करने के लिए जटिल सॉफ्टवेयर की आवश्यकता होती है।
2. बस टोपोलॉजी :-
बस टोपोलॉजी में एक ही तार का प्रयोग होता है,और सभी कंप्यूटर को एक ही तार से एक क्रम में जोड़ा जाता है। तार के प्रारम्भ और अंत में एक विशेष प्रकार का यन्त्र लगा होता है,जिसे टर्मिनेटर कहते है। इसका कार्य संकेतो को नियन्रण करना होता है।
नेटवर्क क्या है,जानने के लिए क्लिक करे।
इंटरनेट क्या है जानने के लिए क्लिक करे।
बस टोपोलॉजी के लाभ :-
1. बस टोपोलॉजी को स्थापित करना आसान होता है।
2. इसमें स्टार और ट्री टोपोलॉजी की तुलना में कम केबिल उपयोगी होता है।
बस टोपोलॉजी के हानि :-
1. किसी एक कंप्यूटर के खराबी से सारा डाटा संचार रुक जाता है।
2. बाद में किसी कंप्यूटर को जोड़ना बहुत कठिन होता है।
3. स्टार टोपोलॉजी :-
इस नेटवर्क में एक होस्ट कंप्यूटर होता है, जिसे सीधे विभिन्न लोकल कंप्यूटर से जोड़ दिया जाता है। लोकल कंप्यूटर आपस में एक दूसरे से नहीं जुड़े होते है, इनको आपस में होस्ट कंप्यूटर द्वारा जोड़ा जाता है। होस्ट कंप्यूटर द्वारा ही पुरे नेटवर्क को कट्रोल किया जाता है।
स्टार टोपोलॉजी के लाभ :-
1. इस नेटवर्क टोपोलॉजी में एक कंप्यूटर से होस्ट कंप्यूटर को जोड़ने में लाइन बिछाने की लागत कम आती है।
2. इसमें लोकल कंप्यूटर की संख्या बढ़ाये जाने पर एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर पर सूचनाओं के आदान-प्रदान की गति प्रभावित नहीं होती है। इसके कार्य करने की गति कम हो जाती है,क्योकि दो कंप्यूटर के बीच केवल होस्ट कंप्यूटर ही होता है।
3. यदि कोई लोकल नेटवर्क ख़राब होता है,तो शेष नेटवर्क इससे प्रभावित नहीं होता है।
स्टार टोपोलॉजी के हानि :-
1. यह पूरा नेटवर्क होस्ट पर निर्भर होता है, यदि होस्ट कंप्यूटर ख़राब हो जाये तो पूरा का पूरा नेटवर्क फेल हो जाता है।
4. मेश टोपोलॉजी :-
मेश नेटवर्क एक ऐसा नेटवर्क टोपोलॉजी को उपयोग करता है जिसमें सभी नोड्स नेटवर्क के लिए डाटा रिले करते है। इस प्रकार में होस्ट एक या दो या दो से अधिक होस्ट से जुड़ा होता है,सभी नोड्स नेटवर्क में डाटा वितरण में सहयोग करते है।
मेश टोपोलॉजी के लाभ :-
1. मेश टोपोलॉजी का मुख्य लाभ यह है,कि इसमें फाल्ट टालरेंस होता है, यानि इसमें अगर कोई भी केबल अगर टूट जाती है,तो इसकी यातायात अलग मार्ग से कराई जाती है।
मेश टोपोलॉजी के हानि :-
1. यह कई रास्तो का उपयोग करता है,और इसलिए अतिरिक्त केबलिंग और नेटवर्क इंटरफ़ेस की जरुरत होती है।
2. इसे मैनेज करना बहुत मुश्किल होता है।
5. ट्री टोपोलॉजी :-
ट्री टोपोलॉजी में स्टार तथा बस दोनों टोपोलॉजी के लक्षण विधमान होते है,इसमें स्टार टोपोलॉजी की तरह एक होस्ट कंप्यूटर होता है। और बस टोपोलॉजी की तरह सारे कम्प्यूटर एक ही केबल से जुड़े रहते है,यह नेटवर्क एक पेड़ के सामान दिखाई देता है।
ट्री टोपोलॉजी के लाभ :-
1. प्रत्येक खण्ड के लिए पॉइंटर तार बिछाया जाता है।
2. अगर पुरे नेटवर्क में कोई एक सिग्मेंट में एरर आती है,तो दूसरे सिग्मेंट पर इफ़ेक्ट नहीं होता है।
ट्री टोपोलॉजी के हानि :-
1. जब नेटवर्क बहुत बड़े क्षेत्र तक फैला हो, तो नेटवर्क मेन्टेन्स एक समस्या हो सकती है।
2. जब की इसमें बहुत टोपोलॉजी की विभिन्नता है,अगर इसका बैकबोन विफल हो गया तो,पूरा नेटवर्क बाधित हो सकता है।
6. हाइब्रिड टोपोलॉजी :-
हाइब्रिड टोपोलॉजी में दो या दो से अधिक बुनियादी टोपोलॉजी का इंटरकनेक्शन होता है,जिसमे से हर एक का एक दूसरे से सम्बन्ध होता है,और परिणामस्वरूप यह नेटवर्क एक मानक टोपोलॉजी प्रदर्शित नहीं करता है,इंटरनेट सबसे बड़ा हाइब्रिड टोपोलॉजी का अच्छा उदाहरण है।
हेलो दोस्तों मेरा लिखा हुआ लेख पढ़ने के लिए आप लोगो का बहुत-बहुत धन्यवाद करता हूँ। अगर मेरा लिखा हुआ लेख आप सभी लोगो के समझ में आया हो तो प्लीज कमेंट बॉक्स में कमेंट करे।
अगर आप लोगो को किसी भी टेक्निकल सब्जेक्ट से रिलेटेड किसी भी टॉपिक के बारे में कोई भी जानकारी चाहिए, तो प्लीज़ कमेंट बॉक्स में कमेंट करे, हम उसे जल्द ही आप लोगो के लिए उपलब्ध करेंगे।
Bahut achha sir
ReplyDeleteNycc
ReplyDeleteAshraf The Great is happy with your inforation
ReplyDeleteThis blog consists of Knowledgeable content which is helpful to readers. Making a note of this blog for referral. Keep updating the blog.
ReplyDeleteThanks
Best cpa network
आपने आर्टिकल में https://crazyworld007.com/what-is-network-topology-kya-hai-in-hindi/ के बारे में बहुत अच्छी तरह से बताया है
ReplyDelete